युद्ध के मैदान में या देश के सीमा पर आर्मी या फौजी मोबाइल पर कोड भाषा में ही एक दूसरे से बात क्यों करते हैं ?

जैसा की हम सभी जानते हैं की, आज के नए दौर में लगभग सभी लोग मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर रहे हैं। जब से रिलायंस जिओ कंपनी ने मुफ्त सेवा सुरु किया किया था, तब से मोबाइल इस्तेमाल करने वालों की संख्या और बढ़ गया है और ये क्रम बढ़ता ही जा रहा है। क्योकि लोगो में अब ये लत लग गयी है और अब लोग बिना मोबाइल के साथ नहीं रहना चाहते हैं। काफी मुश्किल हो गया है अब बिना मोबाइल जीवन जीना। हालाँकि अब जिओ रिलायंस कंपनी (Reliance Jio Company) ने Free मुफ्त सेवा बंद कर दी ही। और ये हम सभी जानते हैं।

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अब कहने का तात्पर्य ये है की हमलोग आम इन्सान जो मोबाइल का प्रयोग कर रहे हैं उन सभी मोबाइल में अलग – अलग कंपनी के सीम कार्ड लगा होता है। और सभी अलग – अलग सीम कार्ड के सभी क्षेत्रों में अलग – अलग नेटवर्क टावर भी लगे हुए हैं। ऐसा इसलिए की, क्योकि किसी फोन को अच्छे तरीके से या सही ढंग से कार्य करने के लिए नेटवर्क की आवस्यकता होती है, जो हमें इन्ही टावर के जरिये नेटवर्क की प्राप्ति होती है, और हम एक दूसरे से मोबाइल पर अच्छे से कर पाते हैं। ये सभी टावर चारों ओर के क्षेत्रों में नेटवर्क पहुँचाने का कार्य करते हैं। यदि आपके क्षेत्र में या मोबाइल में नेटवर्क नहीं ही तो इसका मतलब है की आपके कसेत्र में टावर नहीं है। तो ये तो हो गयी साधारण मोबाइल की जानकारी टावर के जरिये नेटवर्क की प्राप्ति होती है ओर फिर हम अपना मोबाइल फ़ोन अच्छे ढंग से प्रयोग कर पाते हैं।

अब हम जानेंगे की जिन क्षेत्रों में टावर नहीं है या जिन क्षेत्रों में नेटवर्क नहीं है , तब हम मोबाइल फोन का इस्तेमाल कैसे करते हैं ?

इसके लिए पहले हमें satellite के बारे में जानना होगा। तो चलिए जानते हैं satellite के बारे में। 

What is Satellite ? Satellite क्या है ?

मोबाइल की तरह ही satellite भी एक उपकरण है, जिसे पृथ्वी पर इनकी कक्षा में ले जाकर छोर दिया जाता है। इस satellite में कई सौर पैनेल लगे होते हैं और इन्ही की सहायता से विद्युत प्राप्त होती रहती है। सॅटॅलाइट एक अंग्रेजी सब्द है जिसका अर्थ हिंदी में उपग्रह होता है। यह पृथ्वी के कक्षा में चारों तरफ चक्कर लगता रहता है। इसमें सिग्नल को प्ऱप्त करने के लिए और सिगनल को एक से दूसरे जगह भेजने के लिए ट्रांसमीटर और रिसीवर लगे होते हैं। यही प्रक्रिया मोबाइल की नेटवर्क की तरह कार्य करता है और एक – दूसरे से संपर्क स्थापित करता है। तो दोस्तों आप समझ गए होंगे की सॅटॅलाइट कैसे काम करता है। अब हम जानेंगे satellite फोन के बारे में। 

What is Satellite Phone ?

Satellite फ़ोन का मतलब होता है वह फोन जिसमे “नेटवर्क” क्षेत्रीय टॉवरों के द्वारा नहीं बल्कि सिर्फ Satellite के द्वारा ही प्रदान किया जाता है, Satellite फोन कहलाता है। Satellite Phone में एक दूसरे से संपर्क केवल एक Satellite फोन से दूसरे Satellite फोन में ही किया जा सकता है।

यहाँ पर हम आपको बता दें की जब एक दूसरे से संपर्क किया जाता है तो नेटवर्क का सिगनल Satellite Phone से निकलने के बाद सबसे पहले सॅटॅलाइट में जाता है फिर इसके बाद यह सिगनल Satellite के द्वारा ही दूसरे फोन में भेजा जाता है। आम मोबाइल अपेक्षा यह Satellite फ़ोन महंगा होता है। ज्यादातर इस तरह के फ़ोन को देश के आर्मी , फौजी , पुलिस, जंग के मैदान में और बॉर्डर पर तैनात सिपाहियों को प्रयोग करने के लिए दिया जाता है। क्योकि युद्ध के मैदानी क्षेत्र में अगल – बगल में अगर टावर होता भी है तो दुसमन सबसे पहले इन सब चीजों को नष्ट कर देते हैं, जिससे की युद्ध के समय किसी बाहरी लोगों से विपक्षी टीम संपर्क नहीं कर सके। इसीलिए Satellite फ़ोन का प्रयोग किया जाता है क्योंकि ये Satellite के जरिये काम करता है और इसे किसी प्रकार की आम मोबाइल की तरह क्षेत्रीय टावर की जरुरत नहीं परती है।

अब बात आती है की देश के आर्मी या फौजी या कोई भी देश के सैनिक जंग के मैदान में या बॉर्डर पर कोड भाषा में बात चित क्यों करते हैं ?

तो वो ऐसा इसलिए करते हैं क्योंकि, जब कोई Satellite फ़ोन के जरिये कोई बात करते हैं तो Satellite के जरिये दुश्मन टीम उस फ़ोन को हैक कर सकती है और विपक्षी टीम की साड़ी बाते सुन सकती है और इससे विपक्षी टीम को दुश्मन के सारे प्लान और निर्णय प्लान की जानकारी मिल जाती है और ये सब ऐसा होने से जंग के मैदान में दुश्मन टीम इसका फायदा या लाभ उठा लेते हैं। इसीलिए देश के सिपाही Satellite फ़ोन से एक दूसरे से कोड भाषा में ही बात करते हैं, इसकी ट्रेनिंग दी जाती है। जैसे आपने कुछ कोड भाषा फिल्मों में या किसी टीवी सीरियल में सुना होगा की अल्फ़ा, चार्ली, टैंगो, इत्यादि।

सैटेलाइट फ़ोन के लाभ – Benefits of Satellite Phone

  • किसी भी तरह के आपदा प्रभावित क्षेत्र में विद्युत का परिचालन रोक दिया जाता है, जिससे किसी भी बड़े नुकसान को होने से रोका जा सके। विद्युत की आपूर्ति न होने से टावर कार्य करना बंद कर देते है। ऐसे स्थानों पर सैटेलाइट फ़ोन का प्रयोग करके संपर्क स्थापित किया जा सकता है और आवश्यक जगह पर सहायता भेजी जा सकती है। 
  • सैटेलाइट फ़ोन का प्रयोग देश के सीमा पर तैनात आर्मी के द्वारा किया जाता है, क्योंकि वहां पर युद्ध के कारण किसी भी टावर को नहीं लगाया जा सकता है। युद्ध के समय एक दूसरे से सम्पर्क करने के लिए सैटेलाइट फ़ोन का ही प्रयोग किया जाता है। 
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