सिद्धांत : तत्व के एक निश्चित भार को क्लोरीन में परिणत कर उसका भार ज्ञात कर लिया जाता है।
क्लोराइड के भार से तत्व का भार घटाने पर संयुक्त क्लोराइड का भार ज्ञात होता है।
इसके बाद गणना द्वारा तत्व का समतुल्य भार ज्ञात कर लिया जाता है।
गणना :
माना कि तत्व का भार = W1 Gm.
तथा तत्व के क्लोराइड का भार = W2 Gm.
इसीलिए, संयुक्त क्लोराइड का भार = (W1-W2) Gm.
चुकि, (W1-W2) Gm. क्लोराइड W1 Gm. तत्व से संयोग करता है।
इसीलिए, 1 Gm. क्लोराइड [ W1 / (W2 -W1) ] Gm. तत्व से संयोग करता है।
इसीलिए, 35 Gm. क्लोराइड [ W1 / (W2 -W1) X 35.5 ] Gm. तत्व से संयोग करता है।
अतः तत्व का समतुल्य भार = W1 / (W2 -W1) X 35.5 = तत्व का भार / क्लोरीन का भार X 35.5
क्लोराइड के भार से तत्व का भार घटाने पर संयुक्त क्लोराइड का भार ज्ञात होता है।
इसके बाद गणना द्वारा तत्व का समतुल्य भार ज्ञात कर लिया जाता है।
गणना :
माना कि तत्व का भार = W1 Gm.
तथा तत्व के क्लोराइड का भार = W2 Gm.
इसीलिए, संयुक्त क्लोराइड का भार = (W1-W2) Gm.
चुकि, (W1-W2) Gm. क्लोराइड W1 Gm. तत्व से संयोग करता है।
इसीलिए, 1 Gm. क्लोराइड [ W1 / (W2 -W1) ] Gm. तत्व से संयोग करता है।
इसीलिए, 35 Gm. क्लोराइड [ W1 / (W2 -W1) X 35.5 ] Gm. तत्व से संयोग करता है।
अतः तत्व का समतुल्य भार = W1 / (W2 -W1) X 35.5 = तत्व का भार / क्लोरीन का भार X 35.5