दुलोंग पेटिट विधि (Dulong Petit’s Law) : यह अधिकतर ठोस तत्वों परमाणु भार एवं विशिष्ट उष्मा का गुणनफल लगभग 6.4 के बराबर होता है।
अर्थात, परमाणु भार x विशिष्ट उष्मा = 6.4 (लगभग)
या लगभग परमाणु भार = 6.4 / विशिष्ट उष्मा
इस नियम से तत्व का सही परमाणु भार कैसे ज्ञात करते हैं।
(1.) दुलोंग पेटिट नियम (Dulong Petit’s Law) से सर्वप्रथम तत्व का समतुल्य भार एवं विशिष्ट उष्मा निर्धारित की जाती है।
(2) इसके नियम से तत्व का लगभग परमाणु भार ज्ञात किया जाता है।
(3) निम्नलिखित सूत्र की सहायता से तत्व का संयोजकता निर्धारित की जाती है।
संयोजकता = लगभग परमाणु भार। / समतुल्य भार
(4) संयोजकता पूर्णांक में नहीं होने पर उसे निकटतम पूर्णांक मान लिया जाता है।
(5) इसके बाद निम्नलिखित सूत्र की सहायता से तत्व का सही परमाणु भार ज्ञात किया जाता है।
अतः तत्व का सही परमाणु भार = समतुल्य भार x संयोजकता
अर्थात, परमाणु भार x विशिष्ट उष्मा = 6.4 (लगभग)
या लगभग परमाणु भार = 6.4 / विशिष्ट उष्मा
इस नियम से तत्व का सही परमाणु भार कैसे ज्ञात करते हैं।
(1.) दुलोंग पेटिट नियम (Dulong Petit’s Law) से सर्वप्रथम तत्व का समतुल्य भार एवं विशिष्ट उष्मा निर्धारित की जाती है।
(2) इसके नियम से तत्व का लगभग परमाणु भार ज्ञात किया जाता है।
(3) निम्नलिखित सूत्र की सहायता से तत्व का संयोजकता निर्धारित की जाती है।
संयोजकता = लगभग परमाणु भार। / समतुल्य भार
(4) संयोजकता पूर्णांक में नहीं होने पर उसे निकटतम पूर्णांक मान लिया जाता है।
(5) इसके बाद निम्नलिखित सूत्र की सहायता से तत्व का सही परमाणु भार ज्ञात किया जाता है।
अतः तत्व का सही परमाणु भार = समतुल्य भार x संयोजकता
सीमाएँ (Limitations)
(1) इसके नियम से सिर्फ ठोस तत्व का परमाणु भार ज्ञात किया जाता है।
(2) इस विधि से, B, Si, Dimond (C) Etc. के परमाणु भार का निर्धारण नहीं होता है। क्योंकि,
कमरे के तापक्रम पर इस विधि से B, Si, Dimond का परमाणु भार निर्धारण नहीं होता है, क्योकि
कमरे के तापक्रम पर इसके परमाणु भार एवं विशिष्ट उष्मा का गुणनफल लगभग 6.4 के बराबर नहीं होता है।