चंद्रमा क्या है, और इसका द्रव्यमान क्या है ? What is the moon, and its mass is ?
हमारी पृथवी का चन्द्रमा एक स्वाभाविक उपग्रह है। और इसका द्रव्यमान 7.35 x 1022 Kg. है, और इसका औसत व्यास 3480 K.M है।
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हमारी पृथवी का चन्द्रमा एक स्वाभाविक उपग्रह है। और इसका द्रव्यमान 7.35 x 1022 Kg. है, और इसका औसत व्यास 3480 K.M है।
ग्रह आकाशीय पिंड है, जो सूर्य के चारों ओर घूमते रहते हैं। कुल नौ प्रकार के ग्रह होते हैं, (1) बुद्ध (2) शुक्र (3) पृथ्वी (4) मंगल (5) बृहस्पति (6) शनि (7) युरेनस (8) नेप्च्यून और (9) प्लूटो, ये सभी ग्रह सूर्य के दीर्घवृतीय पर घूमते रहते हैं। इनमे से सूर्य के सबसे नजदीक का ग्रह बुद्ध है। इसके बाद शुक्र, फिर मंगल, फिर बृहस्पति, फिर शनि , फिर युरेनस और इसके बाद सूर्य के सबसे दूर …
किसी सेल के अंदर इलेक्ट्रॉनों को एक प्लेट से दूसरे प्लेट तक ले जाने में जितना काम करना परता है, वही काम उस सेल का विद्युत वाहक बल कहलाता है।इलेक्ट्रॉन हमेशा निम्न ( ऋण प्लेट ) से उच्च विभव (घन प्लेट) की ओर चलती है, तो विद्युत धारा उच्च विभव से निम्न विभव की ओर चलती है। पृथ्वी का विभव शुन्य मन जाता है।
किसी विद्युतीय परिपथ में किन्ही दो बिन्दुओ के बिच विभव का अंतर विभवांतर कहलाता है।
इकाई घन आवेश को अनंत से किसी आवेश के क्षेत्र में किसी बिदु तक लाने में किया गया कुल कार्य विभव विद्युतीय विभव कहलाता है। V= W/Q = कार्य /आवेश = W/IT V = (M L2 T-2)/AT= M L2 T-3A-1 विद्युत विभव अदिश राशि होता है।.
वह पदार्थ जिसमे मुक्त इलेक्ट्रॉनों की संख्या नगण्य होती है, कुचालक कहलाता है।.उदहारण : हवा, सुखी लकड़ी, प्लास्टिक, शीशा या काँच, सुद्ध पानी इत्यादि।
चालक वह पदार्थ है, जिसमे मुक्त इलेक्ट्रॉनो की संख्या बहुत अधिक होती है।. चालक या सुचालक कहलाता है।उदाहरण : सोना, चाँदी, ताम्बा, एल्युमीनियम, मानव शरीर, साधारण जल, इत्यादि। चाँदी विद्युत का सबसे बड़ा चालक होता है।
सूर्य शौर्य जगत का सबसे भारी और समीप वाला तारा है।. सूर्य का द्रव्यमान 1.98×1030 Kg. है। सूर्य का व्यास 1.392×109 मीटर है। यह पृथ्वी के व्यास का लगभग 109 है। पृथ्वी से इसकी दुरी लगभग 1.496×1011 मीटर है। इस दुरी को ज्योतिषीय मात्रक कहते है। 1 A . U = 1.496×1011 मीटर
ग्लैक्सि आकाश में तारों के बड़े बड़े गुच्छे पाए जाते है, गैलेक्सी कहते हैं। जिसमे धुल और गैस भी गुरुत्व कर्षण बल के द्वारा सटा रहता है।. इसी तरह का एक गैलेक्सी मिल्की वे या आकाश गंगा है, जिसमे हमलोग रहते हैं।
तारे प्रज्वलित आकाशीय पिण्ड है, इसका ताप अत्यधिक रहता है, और ये प्रकाश उत्सर्जित करता है।
सौर्य जगत ब्रह्माण्ड का एक भाग है, जिसमे हमलोग रहते हैं।
ब्रह्माण्ड के मुख्य अवयव निम्नलिखित है, (1) सौर जगत (2) तारें (3) गैलेक्सी (4) सूर्य (5) ग्रह (6) चन्द्रमा (7) एस्ट्राईस (8) पुच्छल तारा (9) उल्का
ब्रह्माण्ड क्या है ? What is universe ?सूर्य के चारों घूमने वाली पृथ्वी एक छोटा सा ग्रह है। आकाश मे इसके अतिरिक्त लाखों तारे हैं, बहुत से ऐसे तारे जो गुरुत्वाकर्षण बल के द्वारा आपस में बंधे रहते हैं, गैलेक्सी कहते है. आकाश मे इस तरह के असंख्य तारे हैं, गैलेक्सी है। इस सभी गैलेक्सी का संयोग ब्रह्माण्ड कहलाता है।
शब्द ‘भौतिकी’, प्रकृति का ज्ञान ‘ग्रीक से आता है और सामान्य रूप में, क्षेत्र का विश्लेषण और ब्रह्मांड के प्राकृतिक घटना को समझने के लिए करना है।जब आप भौतिकी के बारे में सोचते है या फिर ये बात आपके मन में आ सकता है कि कई वैज्ञानिक कानून है, जो घटना है कि बार बार परीक्षण किया गया है और इस बात की पुष्टि …