किसी अम्ल के अणुभार एवं उसकी भास्मिकता के अनुपात को उसका समतुल्य या तुल्यांकी भार कहते हैं।
अतः अम्ल का समतुल्य भार = अम्ल का अणुभार / अम्ल की भास्मिकता
अम्ल की भास्मिकता : किसी अम्ल के एक अणु में उपस्थित विस्थापन योग्य हाइड्रोजन (H) परमाणुओ की संख्या को उसकी अम्ल की भास्मिकता कहते हैं।
जैसे :
अम्ल भास्मिकता
(1) HCL Hydrocloride Acid 1
(2) H2SO4 Sulfuric Acid 2
(3) HNO3 Nitric Acid 1
(4) H3PO4 Phosphoric Acid 3
(5) H2CO4 Carbonatic Acid 2
(6) H3PO3 Phosphorous Acid 2
अतः अम्ल का समतुल्य भार = अम्ल का अणुभार / अम्ल की भास्मिकता
अम्ल की भास्मिकता : किसी अम्ल के एक अणु में उपस्थित विस्थापन योग्य हाइड्रोजन (H) परमाणुओ की संख्या को उसकी अम्ल की भास्मिकता कहते हैं।
जैसे :
अम्ल भास्मिकता
(1) HCL Hydrocloride Acid 1
(2) H2SO4 Sulfuric Acid 2
(3) HNO3 Nitric Acid 1
(4) H3PO4 Phosphoric Acid 3
(5) H2CO4 Carbonatic Acid 2
(6) H3PO3 Phosphorous Acid 2
ऑक्सीजन से ज़ुरा हुआ हाइड्रोजन परमाणु ही सिर्फ विस्थापन योग्य होता है।
अतः H3PO3 का भास्मिकता 2 है।